Tuesday, November 2, 2010
डायरी के कुछ पन्ने ......
क्यु जिंदगी से अपेक्षाए बदती ही जा रही है... क्यु कुछ बड़ा कुछ अलग करने की चाह है इस दिल में .. आम इन्सान होना कोई बुरी बात तो है नही तो फिर क्यु इस जिंदगी से मन उचाटता जा रहा है ... कही न कही मन ये भी जानता है की पैसे से खुसिया नही खरीदी जा सकती फिर भी क्यु सब आँखे मूंदे उसी के पीछे भाग रहे है ... हमें लगता है की पैसा आ जायेगा तो ख़ुशी मिलेगी पर अगर अभी ही हम खुश है तो क्या ?? ओर पैसे की क्या जरुरत है ?? अगर कोई इन्सान धुप में ठेला खींचकर रात को पेट भर रोटी खा कर खुश है तो हमे उस पर दया दिखने का क्या हक़ है ?? हम क्यु आज कल हर चीज़ को पैसे से तोलने लगे है ... हर इन्सान टाटा , बिडला बनने पैदा नही हुआ ... हमें बस ये समझना है की आम होना भी खास है... क्युकि हर खास इन्सान अपने आप में आम इन्सान ही होता है और हर आम इन्सान कही न कही खास ही होता है...
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ReplyDeleteठीक कहती हैं कि प्रत्येक व्यक्ति अपने में खास है।
ReplyDeleteस्वगत है हिन्दी चिट्ठाजगत में।
बढ़िया!
ReplyDeleteबिलकुल सही कहा आप ने धन्यवाद|
ReplyDeleteबहुत अच्छा लिखा आपने,
ReplyDelete<a href="sparkindians.blogspot.com> sparkindians.blogspot.com </a>
ज़िंदगी से अपेक्षाएं भी बढ़ रही हैं, और मन भी उचटता जा रहा है। खूब अंतर्विरोध है।
ReplyDeleteशुक्रिया।
हर खास इंसान अपने आप मे आम है और हर आम इंसान अपने आप मे खास ...बहुत अच्छा लिखा है आपने..|दीपावली मंगलमय हो|शुभकामनाये|
ReplyDelete"हर खास इन्सान अपने आप में आम इन्सान ही होता है और हर आम इन्सान कही न कही खास ही होता है"
ReplyDeleteआप व आपके परिवार सहित सभी पाठको को दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं
ReplyDeleteब्लाग जगत की दुनिया में आपका स्वागत है। आप बहुत ही अच्छा लिख रहे है। इसी तरह लिखते रहिए और अपने ब्लॉग को आसमान की उचाईयों तक पहुंचाईये मेरी यही शुभकामनाएं है आपके साथ
‘‘ आदत यही बनानी है ज्यादा से ज्यादा(ब्लागों) लोगों तक ट्प्पिणीया अपनी पहुचानी है।’’
हमारे ब्लॉग पर आपका स्वागत है।
मालीगांव
साया
लक्ष्य
हमारे नये एगरीकेटर में आप अपने ब्लाग् को नीचे के लिंको द्वारा जोड़ सकते है।
अपने ब्लाग् पर लोगों लगाये यहां से
अपने ब्लाग् को जोड़े यहां से
कृपया अपने ब्लॉग पर से वर्ड वैरिफ़िकेशन हटा देवे इससे टिप्पणी करने में दिक्कत और परेशानी होती है।
यश, वैभव, सम्मान में,करे निरंतर वृद्धि.
ReplyDeleteदीवाली का पर्व ये , लाये सुख - समृद्धि.
आपको दीपावली की हार्दिक शुभकामनायें.
कुँवर कुसुमेश
blog:kunwarkusumesh.blogspot.com
लेखन अपने आपमें रचनाधर्मिता का परिचायक है. लिखना जारी रखें, बेशक कोई समर्थन करे या नहीं!
ReplyDeleteबिना आलोचना के भी लिखने का मजा नहीं!
यदि समय हो तो आप निम्न ब्लॉग पर लीक से हटकर एक लेख
"आपने पुलिस के लिए क्या किया है?"
पढ़ सकते है.
http://baasvoice.blogspot.com/
Thanks.
good keep writing................
ReplyDeleteहार्दिक धन्यवाद .....
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